कबीर- एक गज़ल कबीर- एक गज़ल
तुम्हें नफरत अगर हमसे है तो इतना बताओ तो, जिसे भी देखते हो शक्ल लगती है हमीं सी क्यों। तुम्हें नफरत अगर हमसे है तो इतना बताओ तो, जिसे भी देखते हो शक्ल लगती है हमीं सी ...